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फिर से ये जिन्दगी….

true words
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जिन्दगी में मेरी तुम जो आ जाओ तो।
फिर से ये जिन्दगी मुस्कुराने लगे।
साँसे फिर से मेरी तेज हो जायेगीं
होंठ फिर से मेरे गीत गाने लगे।
जिन्दगी में मेरी तुम जो आ जाओ तो।
फिर से ये जिन्दगी मुस्कुराने लगे।
इस बगिया की कलियाँ मुरझा गयी।
ये सूनी सी आँखे पथरा गयीं।
रोशनी बन के अब तो चली आओ तुम
फिर से ये जिन्दगी जगमगाने लगे।
जिन्दगी में मेरी तुम जो आ जाओ तो।
फिर से ये जिन्दगी मुस्कुराने लगे।
तुम से कैसे कहे हम तो वीरान हैं।
तेरे इश्क की अब भी पहचान है।
बन के तुम जो घटा बरस जाओ तो
फिर से ये जिन्दगी लहलहाने लगे।
जिन्दगी में मेरी तुम जो आ जाओ तो।
फिर से ये जिन्दगी मुस्कुराने लगे।
ये साँसे ये धड़कन ये आँखे बुलाती।
तुम्हे याद करती तुम्हे हैं मनाती।
मेरे गीत का राग बन जाओ तो
फिर से ये जिन्दगी सुर सजाने लगे।
जिन्दगी में मेरी तुम जो आ जाओ तो।
फिर से ये जिन्दगी मुस्कुराने लगे।

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