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जिन्दा है जिन्दगी

जिन्दगी एक खाली नाव है।
कभी तैरती है कभी डूबती है।
जिन्दगी एक पहचान है ।
कभी हँस के चलती है कभी रूठती है।
कठिनाइयों से भरी है बेजान सी पड़ी है।
मुसीबतो से लड़ी है। पर जिन्दा है जिन्दगी…
घुट-घुट के चल रही है काँटो पे पल रही है।
हर पल तो मर रही है। पर जिन्दा है जिन्दगी….
ख्वाबों को लूटती है कभी-कभी टूटती है।
कभी खुद से रूठती है। पर जिन्दा है जिन्दगी…
कभी जोश भरती है कभी होश खोती है।
तन्हाई में रोती है। पर जिन्दा है जिन्दगी..